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मेरी पावन शिव काशी




मेरी पावन शिव काशी


मेरी पावन शिव काशी का, हर वासी है संन्यासी;

कण-कण में इसके रहते हैं, अति मनमोहक अविनाशी;

परम मनोहर भोले बाबा, घूमा करते नगरी में;

दिव्य भावमय निर्मल धारा, रोज बहाती शिव काशी।


सकल लोक ब्रह्माण्ड अखिल से, बनी हुई है प्रिय काशी;

प्रीति नाद करते हैं हरदम, बम बम बम बम हर वासी;

सबके दिल में सरस मनोहर, अति निर्मल भावुकता है;

विश्वनाथ का स्वागत करती, मेरी पावन शिव काशी।





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2 Comments

Muskan khan

09-Jan-2023 06:10 PM

Well done

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Sushi saxena

08-Jan-2023 08:26 PM

👌👌

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